
कुछ साल पहले हिस्ट्री चैनल पर सद्दाम हुसैन के बेटे उदै हुसैन के बारे में एक डॉक्यूमेंट्री देखी थी –
सद्दाम हुसैन तानाशाह था और उसका बेटा उदै हुसैन अपने आप को राष्ट्रपति से भी बड़ा मानता था…
शानदार लाइफस्टाइल जीता था…
जिसे चाहे उसे गोली मार देता था…
जिसे चाहे उसे जेल में डाल देता था….
और, उसकी सबसे बड़ी कमजोरी लड़कियाँ थी…
जो भी लड़की या महिला उसे पसंद आ जाती थी वह अपने सिक्योरिटी टीम को इशारा कर देता था और कुछ ही देर में वह लड़की या महिला उसके कमरे में भेज दी जाती थी…
एक दिन उदै हुसैन बगदाद के एक क्लब में था।
उसी क्लब में एक विवाह समारोह भी चल रहा था…
उदै हुसैन को स्टेज पर बैठी दुल्हन पसंद आ गई…
उसने अपने सिक्योरिटी टीम को इशारा किया थोड़ी ही देर में उसके सुरक्षाकर्मियों ने उस दुल्हन को उठाकर उसके कमरे में पहुँचा दिया और थोड़ी देर बाद उस लड़की ने उस क्लब के पाँचवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर लिया…
उसके बाद उस लड़की की माँ अपनी बेटी के शव के पास उदै के सामने रोते रोते कही कि तूने मेरी बेटी को नोचा है तू मेरी बेटी का हत्यारा है अब आज से तेरी बर्बादी शुरू होगी, तू मेरी बेटी से भी ज्यादा बदतर मौत मरेगा…
उदै हुसैन में तुरंत उस बूढ़ी महिला को भी गोली मार दिया…
लेकिन अगले दिन से ही अमेरिका और इराक में युद्ध शुरू हुआ…
उदै हुसैन अमेरिकी सेनाओं के सबसे बड़ा वांटेड था।
वह मोसुल में छुपा था और उस डॉक्यूमेंट्री के अनुसार वह समझ गया था कि उसके कुकर्मों की सजा उसे मिल रही है और अपने जीवन के अंतिम समय में वह बेहद दयालु और उदार बन गया था…
उसने समझ लिया था कि उस लड़की ने मरते समय जो उसे श्राप दिया था वह उसे लगा है और उसे मुक्ति के लिए उसने अपनी काफी दौलत मोसुल में महिलाओं में बाँटी…
अंत मे उसे मोसुल में अमेरिकी सेनाओं ने चिथड़े चिथड़े उड़ा दिया…
संजय राऊत, मत भूल कि सद्दाम हुसैन और उदै हुसैन तो एक तानाशाह थे… फिर भी कुत्ते की मौत मरे… एक महिला की हाय कभी खाली नहीं जाती..
सबसे बड़े हिजड़े वो होते हैं जो किसी महिला से भिड़ते हैं और एक महिला पर अपनी बहादुरी और मर्दानगी दिखाते हैं…
Jitendra Pratap Singh Via facebook.com